| 1. | मृत्तिका शिल्प के विकास का तैथिक विवरण निम्नलिखित है:
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| 2. | मृत्तिका शिल्प के विकास का तैथिक विवरण निम्नलिखित है:
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| 3. | मृत्तिका शिल्प अति प्राचीन उद्योग है।
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| 4. | मृत्तिका शिल्प अति प्राचीन उद्योग है।
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| 5. | [संपादित करें] भारतीय मृत्तिका शिल्प
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| 6. | प्राचीन दक्षिण भारत के कलात्मक, मृत्तिका शिल्प उत्पादों में नक्काशीदार आभूषणों से सज्जित, पक्वमृद् भांड उल्लेखनीय है।
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| 7. | राजस्थानी स्थापत्य कला, काष्ठ शिल्प, जरदोजी वर्क, चर्म शिल्प, मृत्तिका शिल्प की धाक पूरी दुनिया में है।
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| 8. | प्राचीन दक्षिण भारत के कलात्मक, मृत्तिका शिल्प उत्पादों में नक्काशीदार आभूषणों से सज्जित, पक्वमृद् भांड उल्लेखनीय है।
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| 9. | तकनीकी क्षेत्रों का विभाजन प्रधानत: इस प्रकार है: धातुकर्म ; अर्धचालक (जिसमें ट्रैजिस्टर टैक्नॉलौजी भी संमिलित है) ; मृत्तिका शिल्प (
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| 10. | गढ़ने तथा सुखाने के बाद अग्नि द्वारा प्रबलित मिट्टी या अन्य सुधट्य पदार्थ की निर्मिति को यूरोप में ' मृत्तिका शिल्प उत्पादन' कहते हैं।
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